आज कल बड़े इंजन की बाइक्स का बड़ा क्रेज है. vroooooom!! vrooooooooom!!!! से आवाज आई और साइड से निकल गई बाइक पता भी नही चलता. भारत का मिडिल क्लास आदमी इन बाइक्स को देखता है और लेने के सपने देखता है. ये सच है के इन बाइक्स की स्पीड रोमांच का अनुभव देती है, पर साथ में इन बाइक्स की दिक्कते भी बहुत है जो लेने क बाद ही समझ आता है.
100cc इंजन वाली मोटरसाइकिल्स
हलकी मोटरसाइकिल्स के बहुत फायेदे है. 40-50 हज़ार में ये बाइक आसानी से मिल जाती है. सर्विसिंग में कम खर्चा, माइलेज में बेहतर, आसन बनावट के कारण कोई भी मैकेनिक मुश्किल वक़्त में ठीक कर सकता है. नई बाइक्स काफी सस्ती होने के बावजूद सभी सुविधाओ से लैस होती है. ट्यूबलेस टायर्स गाँव खेत के ख़राब रास्तों पर भी लंबे वक़्त तक साथ देते है.
150cc इंजन वाली बाइक्स
मिडिल साइज़ के इंजन वाली ये बाइक्स हर लिहाज से सही है. बड़ी बाइक्स की तरह बेहतर शक्ति और संतुलित माइलेज, सही सिटींग पोजीशन, अच्छी प्लास्टिक और इंजन क्वालिटी इन बाइक्स में है जो छोटी बाइक्स में नही मिलती. इलेक्ट्रिक स्टार्ट ट्यूबलेस टायर्स जैसी सुविधाये सभी कंपनी की बाइक्स में आ रही है.
200cc या बड़े इंजन वाली बाइक्स
ये बाइक्स काफी भारी होती है, और काफी महेंगी भी. भारत में बनी हुई बजाज या हीरो मोटोर्कोर्प की बाइक्स 1 लाख रुपया से कम में मिल जाती है बाकी सभी कंपनी की बाइक्स के रेट काफी ज्यादा है. जैसे इनकी शुरुआती कीमत डबल से भी ज्यादा है वैसे ही इनकी माइलेज का खर्चा, सर्विस वगेरा का खर्चा भी डबल हो जाता है. एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम जैसी सुविधाए इन बाइक्स में आ रही है जो मुश्किल रास्तो और स्पीड में रास्तो को सुरक्षित बनाती है.
कोई पुर्जा अगर बदलवाना पड़े तो कई दिनों तक उसके मिलने का इंतजार करना पड़ता है क्योकि वो सर्विस सेण्टर में मिलता नही है. अगर कहीं सुनसान रास्ते में बाइक में कोई ख़राबी आ जाये तो अव्वल तो उसकी खीच के ले जाना काफी कठिन है और कही मैकेनिक मिल भी गया तो उसको छेड़ेगा नही क्योकि उसको इंजन समझ नही आएगा. अगर इन दिक्कतों को आप बेहतर ताकत और स्पीड के लिए झेल सकते है और आपकी जेब भी अनुमति देती है तो ही आपको ये बाइक लेनी चाहिए.